0 मां, भगवान का अवतार Posted on September 13, 2020 by techi मां करुणा का सागर है, प्रेम का गागर है। मां सुख है, जीवन का सार है। सही अर्थों में मां, भगवान का अवतार है। ~ जितेंद्र मिश्र ‘भरत जी’ Share This Related posts: फ़ंसा आदमी माया में निःस्वार्थ प्रेम और सच्चे रिश्तों का सिलसिला प्यार के गीत गाते रहो | जोश और उमंग से भरी कविता जिंदगी अब बदल गई दिल को छूने वाली लाइन्स घर के बड़े और बुज़ुर्गों पर 100% true lines on paisa, rishte भाग्य का दस्तूर