0 रूह के घाव Posted on March 22, 2018 by techi रूह के घाव भरे नहीं और तुम जिस्म पे मरहम लगाते हो हैं जो दरमियान दर्द, उसे छू के तुम हाथ क्यों जलाते हो Share This Related posts: सुन्दर पंक्तिया – ज़िन्दगी की सिख कविता आखिर क्यों मुझे तुम इतना दर्द देते हो True Dard Status | टूटने का दर्द Tanha Sad Shayari on Teri Yaad इज़हार -ए- इश्क़ कविता हिंदी में 2 Line Sad Shayari, Evergreen Dukh Bhare Status वो पास होकर भी मेरे पास नहीं