0 उम्मीद पे गुज़ारी एक शाम Posted on February 8, 2021 by techi आज इस उम्मीद पे गुज़ारी है मैंने एक शाम, की फिर कोई शाम सिर्फ उम्मीद पे ना गुजरे । ~ NK Share This Related posts: ख्वाहिशों की उम्मीद में फिर से जीना सीख गई Very Very Sad Tanha Shayari | Alone Sms in Hindi खुशियां बेशुमार लेके आये नया साल Sad Drinking Status on Sharab रुकावटें तो सिर्फ ज़िंदा इंसान के लिए तेरी यादें कभी मिट नहीं सकी | I Miss You Beautiful Shayari for Loving & Caring Husband