2 मोहब्बत के रंग, प्रेम-प्रीत का सबक है होली Posted on March 26, 2021 by techi मोहब्बत के रंग लगाती है होली | ऊँच नीच, निर्बल सबको गले लगाती है होली | दोस्त बनकर दुश्मन को रंग देती है, प्रेम-प्रीत का सबक पढ़ाती है होली | ~ अब्दुल रहमान अंसारी (रहमान काका) Share This Related posts: रंगो से भी सुन्दर, रिश्तो के प्यार की होली सुबह ने आँख न खोली दर्द भरी होली कविता होली 2020 कब है? होली कैसे खेलु रे मोदी तेरे संग (भारतीय जनता पार्टी – UP चुनाव ) मोहब्बत में बेईमानी शायरी हमारे तेवर कुछ ऐसे है निःस्वार्थ प्रेम और सच्चे रिश्तों का सिलसिला
Wah Abdul Rahman Bhai
Ye Rampur bhawanipur ke Abdul Rahman ki shayri hai