0 क्या क्या सितम Posted on November 11, 2021 by techi अधुरे ज़ज्बात, अधुरे लफ़्ज और अधुरी बात अभी तो कितने ही सवाल मेरे यार बाकी हैं अधुरी यादें, अधुरे ख्वाब और ये आधी रात अब और क्या क्या सितम मेरे यार बाकी हैं ~ लीलाधर गोस्वामी Share This Related posts: वो मोहब्बत ही क्या जिसके काबिल ना बन सके ए खुदा तेरी रज़ा क्या है? क्या प्यार में सोचा था, क्या प्यार में पाया हैं नए साल पर दुःख भरी कविता | सैड न्यू ईयर शायरी वह मुस्कान ही क्या जिसमें खुशी ना हो। मैं अक्सर खुद से पूछता हूँ “मुझे क्या हो गया था”? इश्क़ मै जली हो क्या